*किसान की भूमि अधिकृत कर दोबारा तेल की पाइपलाइन का नवीनीकरण इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा तेल की पाइपलाइन के नवीनीकरण से किसानों को भरी नुकसान की आशंका*
*किसान की भूमि अधिकृत कर दोबारा तेल की पाइपलाइन का नवीनीकरण इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा तेल की पाइपलाइन के नवीनीकरण से किसानों को भरी नुकसान की आशंका*
हरिद्वार:(रिपोर्ट जीशान मलिक)भारतीय किसान यूनियन एकता के पदाधिकारीयों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट फरमान त्यागी के नेतृत्व में जिला अधिकारी हरिद्वार को ज्ञापन दिया.
गौरतलब है कि किसानों की एक बड़ी समस्या को लेकर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन कंपनी के द्वारा अब से (20) वर्ष पहले तेल की पाइपलाइन डाली गई थी.जो की बिना जमीन के मुआवजे के भूमि अधिग्रहण कर ली गई थी अब (20) वर्ष बाद इंडियन कॉर्पोरेशन दोबारा उसे भूमि को अधिकृत कर तेल की पाइपलाइन का नवीनीकरण कर रही है.
परंतु उस जमीन पर किसानों की फसल उग रही है.और बिना मुआवजे के फसल का नुकसान हो रहा है.और जमीन का मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है. यही कारण है क्षेत्र के किसानों में गहरा रोष व्याप्त है.जिसको लेकर एक सप्ताह पूर्व भारतीय किसान यूनियन एकता के पदाधिकारीयों ने किसानों के साथ मिलकर एक ज्ञापन एसडीम रुड़की को दिया था.
और एसडीएम रुड़की द्वारा किसानों से अलग-अलग प्रार्थना पत्र की मांग रखी गई थी.मांग के अनुसार आज सभी किसान हरिद्वार जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और भारतीय किसान यूनियन एकता के बैनर तले राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट फरमान त्यागी के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में एप्लीकेशन लेकर पहुंचे किसान डीएम की अनुपस्थिति में एडीएम मनीष कुमार को किसाने की समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया गया.और समस्या का तुरंत समाधान न होने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी गई एडीएम महोदय द्वारा किसानों को दो दिन बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया और पूरी बात डीएम के समक्ष रखकर जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने की बात कही.
इस मौके पर सैकड़ो की संख्या में किसान पदाधिकारी एवं भारतीय किसान यूनियन एकता के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट फरमान त्यागी राष्ट्रीय सचिव शिफतैन प्रधान राष्ट्रीय महासचिव एडवोकेट गुलफाम, जिला अध्यक्ष सोनू त्यागी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री राव सद्दाम अली, आरटीआई सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीशान मलिक, राष्ट्रीय प्रवक्ता तस्लीम अहमद एवं जिला उपाध्यक्ष शौकीन अली तथा जिला सचिव अवनीत कुमार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी रविंदर सिंह, बालेंद्र कुमार सहित अली खान त्यागी साहित्य की हारून अली एवं सैकड़ो किसान मौजूद रहे।