हरिद्वार:(जीशान मलिक) गुरुकुल कांगड़ी और उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से यूकोस्ट देहरादून द्वारा आयोजित उत्तराखंड साइंस कांग्रेस के अंतर्गत के अंतर्गत प्री कॉन्फ्रेंस टेक्नोलॉजी संगम कार्यक्रम का आयोजन किया
प्रौद्योगिकी और वैज्ञानिक अन्वेषण के एक सुरम्य मिश्रण में, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय और उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने हाल ही में “प्रौद्योगिकी संगम और वैज्ञानिकों से मिलें कार्यक्रम” का आयोजन किया।
यह कार्यक्रम, यूकोस्ट देहरादून द्वारा प्रायोजित, साइंस एंड टेक्नॉलजी कॉन्फ्रेंस में आयोजित किया गया, जिसमें उद्योग और शिक्षा दोनों के दिग्गजों की एक प्रतिष्ठित सभा शामिल हुई।
डॉ. मयंक अग्रवाल ने समन्वयक के रूप में कार्यभार संभाला और कार्यक्रम का कुशलतापूर्वक संचालन किया, डॉ. सुयश भारद्वाज ने सह-समन्वयक के रूप में कार्य करते हुए कार्यक्रम के निर्बाध निष्पादन को सुनिश्चित किया। डॉ. मयंक अग्रवाल ने ‘हमारे आसपास प्रौद्योगिकी’ पर ध्यान केंद्रित करते हुए, हमारे दैनिक जीवन में प्रौद्योगिकी की सर्वव्यापकता और समाज पर इसके गहरे प्रभाव की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है।
कार्यक्रम का उद्घाटन प्रोफेसर दुर्गेश पेंट डायरेक्टर जनरल यू कास्ट ने किया| इस मौके पर प्रोफेसर डीपी उनियाल ज्वाइंट डायरेक्टर यू कास्ट उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी के कुलसचिव, उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर ओम प्रकाश सिंह नेगी आदि माननीय अतिथि उपस्थित रहे|
डॉ. विजय वेणुगोपालन ने वैज्ञानिक प्रयासों में जिज्ञासा, आलोचनात्मक सोच और एक व्यवस्थित दृष्टिकोण के महत्व पर जोर देते हुए, ‘वैज्ञानिक स्वभाव’ विकसित करने की बारीकियों पर प्रकाश डाला गया।
डॉ. आशुतोष भट्ट ने ‘कंप्यूटर विज्ञान के अनुप्रयोग’ की खोज की, जिसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि कैसे कंप्यूटर विज्ञान में प्रगति स्वास्थ्य देखभाल से लेकर वित्त तक विविध क्षेत्रों को आकार दे रही है।
डॉ. विनय ऋषिवाल ने कंप्यूटर विज्ञान में नवीनतम प्रौद्योगिकी’ का अनावरण किया, जो अत्याधुनिक विकास, रुझान और क्षेत्र पर प्रौद्योगिकी के परिवर्तनकारी प्रभाव की अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
शुभम तोमर ने ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ के दायरे की खोज की, जो इसकी वर्तमान स्थिति, अनुप्रयोगों और भविष्य की संभावनाओं का एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है।
डॉ. प्रह्लाद अधिकारी ने ‘नवीनतम प्रौद्योगिकी’ पर एक व्याख्यान दिया, जिसमें विभिन्न उद्योगों में उभरती प्रौद्योगिकियों और उनके निहितार्थों का व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया गया।
डॉ. सुयश भारद्वाज ने ‘एआई और मशीन लर्निंग’ की जटिलताओं का पता लगाया, उनके महत्व, अनुप्रयोगों और बुद्धिमान प्रणालियों के विकसित परिदृश्य को स्पष्ट किया।सुमित बंसल ने ‘क्लाउड कंप्यूटिंग’ पर अंतर्दृष्टि साझा की गई, जिसमें आधुनिक आईटी बुनियादी ढांचे, स्केलेबिलिटी और क्लाउड-आधारित सेवाओं के गतिशील परिदृश्य को आकार देने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
सिद्धार्थ माधव डायरेक्टर टेक्नो हब एवं गुरुकुल कांगड़ी के इंजीनियरिंग के छात्रों ने स्कूल के सभी छात्रों को छात्रों को हैंड्स ऑन एक्सपेरिमेंट करवा जिसमें उन्होंने ड्रोन ऑगमेंटेड रियलिटी वर्चुअल रियलिटी रोबोट के साथ हैंड्स ओं एक्सपेरिमेंट करवाया सभी छात्र इस चीज से बहुत ज्यादा प्रभावित हुए| इस आयोजन ने न केवल बौद्धिक चर्चा को बढ़ावा दिया, बल्कि प्रौद्योगिकी और अनुसंधान में प्रगति का वादा करते हुए शिक्षा और उद्योग के बीच सहयोगात्मक प्रयासों की नींव भी रखी।