पिरान कलियर : (जीशान मलिक) मुकद्दस माहे रमजान का चांद आखिरकार 11 मार्च की शाम को नजर आ ही गया और अब एक महीने तक मुस्लिम समुदाय के लोग इबादत में जुट गये हैं। वहीं मुस्लिम बस्तियों में साथ बाजारों में चहल पहल व मस्जिदों में रौनक बढ़ गयी है। और सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रमजान का चांद देखकर दुआ मांगी और एक दूसरे मुबारकबाद दी।
इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार हर साल रमजान माह में मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे महीने के रोजे रखते हैं। उसके बाद ईद का चांद दिखने पर ईद की नमाज अदा की जाती है। वहीं रमजान माह का चांद दिखने के साथ ही बाजारों से लेकर मस्जिदों तक रौनक बढ़ गयी है।
समाजसेवी जीशान मालिक ने बताया आज हिंदुस्तान में रमजान का चांद नजर आया है। मुबारकबाद के काबिल है वह हर मुसलमान जो कि इस माह में नमाज, रोजा, जकात, फितरा अदा करेगा। जिस जिस पर फर्ज है, उसे यह अरकान पूरे करने चाहिये। माहे रमजान में खास कर गरीब पडोसी का ध्यान रखना चाहिये। और अल्लाह से अपने हर गुनाह की तौबा करनी चाहिये।
इस माहे रमजान में तीन असरे होते हैं। हर असरे का अलग अलग महत्व है। कलामे पाक की तिलावत, रोजा, नमाज हर मुसलमान पर फर्ज है। वहीं बाजारों में भी रमजान की रौनक देखने को मिली। कहीं फैनिया बिक रही हैं तो कहीं खजूर, फल बिकते नजर आये। इस माह में अल्लाह की रहमत बेसुमार अपने बंदों पर बरसती है।