हरिद्वार : (जीशान मलिक) देहरादून 20 मार्च 2024 राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता(रायपुर) में चल रहे उद्यमिता विकास कार्यक्रम के ग्यारहवें दिवस में उच्च शिक्षा सचिव शैलेश बगौली ने छात्र-छात्राओं से संवाद किया.
उनके स्टार्ट अप आईडिया और देवभूमि उद्यमिता विकास कार्यक्रम का फीडबैक लिया. उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रॉब्लम को आईडेंटिफाई करना समझाया.उन्होंने ग्रुप डिस्कशन और केस स्टडीज को मॉडल बनाकर छात्र-छात्राओं को उद्यमिता विकास कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य के बारे में जानकारी दी.
इस कार्यक्रम के दूसरे सत्र में ई.डी.आई.आई के रिसोर्स पर्सन डॉ.मुकुल वेदी ने बताया कि आप किस तरह से गूगल के(CEO) तो प्रोड्यूस करते हैं पर गूगल नहीं बना पाते हैं.इसके लिए उन्होंने कुछ बिंदुओं के ऊपर विचार विमर्श किया जिन में माइंडसेट, दृष्टिकोण,अप्रोच सफल होना और लीडरशिप गुण शामिल हैं. उन्होंने छात्र-छात्राओं को रिंग टोस गेम के द्वारा अच्छे उद्यमी में क्या गुण होने चाहिए बताया.
उन्होंने छात्र-छात्राओं को रिस्क फैक्टर के बारे में भी बताया. मालदेवता के छात्र-छात्राएं उनके व्याख्यान से बहुत ही प्रेरित हुए और उन्होंने इवेंट क्रिएट करना भी सीखा. उन्होंने डिसीजन मेकिंग प्रोसेस के बारे में भी बताया कैसे एक अच्छे उद्यमी बनना है.डॉ. वेदी ने छात्र-छात्राओं को सिखाया कि मार्केट सर्वे कर कम्युनिकेशन को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है. दून विश्वविद्यालय के प्रो.एच. सी.पुरोहित, डीन ,स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट ने छात्र- छात्राओं को वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर वित्तीय लेखांकन की विस्तृत जानकारी प्रदान की.
परामर्श दाता उच्च शिक्षा सचिव ,पारितोष राणा ने छात्र-छात्राओं को उद्यमिता विकास कार्यक्रम के लिए जो आईडिया आ रहे हैं उनको बढ़ावा देना सिखाया और हैंड्स ऑन सेशन के बारे में भी बताया. बुधवार को उद्यमिता विकास
इस कार्यक्रम प्रभारी प्राचार्य प्रो.डॉ. डी पी. सिंह ,नोडल अधिकारी डॉ. पूजा कुकरेती, डॉ. डिंपल भट्ट, डॉ. अनीता चौहान, डॉ. रितु कश्यप, डॉ. कविता काला, डॉ. सविता तिवारी, डॉ. नेहा कुकरेती, डॉ. पूजा, परियोजना आधिकारी अवनिश कुमार, सुभाष के नेतृत्व में हुआ।