देहरादून : रहमतपुर गांव के दारुल उलूम साबरिया मदरसे में हजरत मौला अली की यौमे विलादत बड़ी शानो शौकत के साथ मनाई गई…
पिरान कलियर : (जीशान मलिक) पिरान कलियर क्षेत्र के रहमतपुर गांव में आज ग्राम रहमतपुर में बड़े शानो शौकत से हज़रत मौला अली शेरे खुदा मुश्किल कुशा करमल्लाहु वजहुल करीम की विलादत मनाई गई और जो लोग महफिल में शामिल ना हो पाए उन्होंने अपने घरों में कराई फातिहा खानी.मौला अली की यौमे पैदाइश अकीदत के साथ मनाई गई.आस पास की मस्जिदों में उलेमाओं ने तकरीर कर मौला अली की शान और शुजाअत बयान की.घरों में फातेहा का इंतजाम किया गया और तबर्रुक तकसीम हुआ।
इस्लामी कैलेंडर के माह रजब में खलीफा अली की पैदाइश हुई थी.मौला अली ने इस्लाम के तहफ्फुज के लिए खैबर की जंग की और फतेह हासिल की. रहमतपुर के मदरसे दारुल उलूम साबरिया में लंगर का किया गया इंतजाम और लंगर किया गया तकसीम.
मौलाना वक्कार नूरी ने तकरीर फरमाते हुए कहा मौलाए कायनात हजरत अली मुशकिल कुशा की शान में बयान करना किसी बशर के बस की बात नहीं. वह काबे में पैदा हुए और मस्जिद नबवी में शहीद हुए. खुदा और रसूल स. खुद उनकी तारीफ करते हैं.मौलाना वक्कार नूरी ने कौम की तरक्की एवं मुल्क की सलामती के लिए दुआ की।
और साथ ही कारी इरशाद रजा लतीफी ने मौला अली की शान में नाते पाक पढ़ी और मौला अली की शान बयान की और लोगो को बताया हमको मौला अली के बताए रास्ते पर चलना है.
साथ ही बताते है कि मौला अली का नाम लेना भी एक इबादत है|