“गमगीन आंखों से कराया नेत्रदान”
ऋषिकेश 15 फरवरी, ” नेत्रदान महादान मिशन का 321 वां सफल प्रयास ”
जिंदगी में कुछ ऐसे पल आते हैं जब व्यक्ति किंकर्तव्य विमूड हो जाता है ,और कुछ भी सोच समझ नहीं पाता ।ऐसी ही घटना आज गुलाटी प्लॉट में घटित हुई जब श्रीमती कोमल की आंखों के सामने उनके पति संजय सचदेवा का हृदय गति रुकने से निधन हो गया ।
परिवार में मुखिया के निधन पर पूरा परिवार शोकाकुल हो गया । ऐसे दुख की घड़ी में नैतिक मूल्य को जानने वाले उनके भांजे भारत भूषण रावल ने उनके पुत्र हर्षित को नेत्रदान के लिए प्रेरित किया व उनकी पत्नी कोमल से मुक स्वीकृति मिलते ही रावल ने नेत्रदान कार्यकर्ता गोपाल नारंग को सूचित किया,।
नारंग एम्स हॉस्पिटल की नेत्रदान की रेस्क्यू टीम में डॉक्टर सोनिया सानिया व आलोक के साथ उनके निवास पर पहुंचे ,जहां टीम ने पार्थिव शरीर से दोनों कॉर्निया सुरक्षित प्राप्त कर लिए ।
असमय मृत्यु का ग्रास बने संजय सचदेवा के परिवार द्वारा नेत्रदान कराए जाने पर राजेश रावल ,अनिल कक्कड़, शिवकुमार गौतम ,विवेक मल्होत्रा, जितेंद्र आनंद ,ललित मनचंदा ने परिवार को साधुवाद दिया।
नेत्रदान महादान हरिद्वार ऋषिकेश प्रमुख रामशरण चावला के अनुसार मिशन का 321 वां सफल प्रयास है, जो अविरल चलता रहेगा।