A team of Ayurveda medical officers reached Raj Bhavan, Nainital
नैनीताल: आज रविवार को उत्तराखंड प्रशासनिक अकादमी, नैनीताल से आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों का एक 40 सदस्यीय दल शैक्षिक भ्रमण पर निकला।दल पांच किमी की पदयात्रा करके उत्तराखंड प्रशासनिक अकादमी, नैनीताल से राज भवन, नैनीताल पहुंचा।
राजभवन निर्माण के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने पर राजभवन स्टाफ द्वारा बताया गया कि इस भवन का निर्माण वर्ष 1897 में ब्रिटिश शासन काल में अंग्रेजों द्वारा किया गया था। भवन निर्माण में सागौन(टीक) की लकड़ी का सुन्दर कलात्मक तरीके से प्रयोग किया गया है। भवन अपनी तत्कालीन कुशल निर्माण शैली के कारण आज भी मजबूती से खड़ा है।
भ्रमण दल में डॉ० डी० सी० पसबोला, डॉ० नम्रता डाबरे, डॉ० अजय चमोला, डॉ० अमित यादव, डॉ० धीरेन्द्र कैन्तुरा, डॉ० निष्ठा शर्मा कोहली, डॉ० प्रदीप मेहरा, डॉ० निधि गुरुंग, डॉ० के० के ० पांडे, डॉ० शैलेन्द्र पाण्डेय, डॉ० कुबेर अधिकारी, डॉ० वंदना डंगवाल, डॉ० अनिता कुकशाल, डॉ० मीनाक्षी किथोरियां, डॉ० विनोद कुमार, डॉ० प्रकाश, डॉ० दीपक सरकार, डॉ० मो० शाहिद, डॉ० घनेन्द्र वशिष्ठ, डॉ० बबीता धपोला, डॉ० रेनू आर्य, डॉ० विक्रम रावत, डॉ० अंजना पांडेय, डॉ० ऋजु जखमोला, डॉ० राकेश अग्रवाल, डॉ० संतोष मिश्रा, डॉ० बी० एस० रौतेला, डॉ० सुधीर सोनी, डॉ० जसवन्त धनाई, डॉ० आरती त्रिपाठी, डॉ० अनुज अग्रवाल, डॉ० नमिता अग्रवाल, डॉ० बालम बोरा, डॉ० बालम बोरा, डॉ० आनन्द सिंह गुसाईं, डॉ० रवि कुमार, डॉ० निवेदिता उप्रेती, डॉ० अनुज अग्रवाल, डॉ० चन्द्रकला भैंसोड़ा, डॉ० ज्योत्स्ना सनवाल, डॉ० विरोचन भट्ट आदि इत्यादि उपस्थित रहे।