उत्तराखंड मौसम: इन जिलों में एक्टिव रहेगा पश्चिमी विक्षोभ! झमाझम बारिश- बर्फबारी का देखें यलो अलर्ट
बड़ी खबर: इन इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ का असर! Alert
Dehradun: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में इस महीने के आखिर 30 अप्रैल तक हल्का पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव रहने की संभावना है। जिसके चलते पर्वतीय जनपदों में 26 अप्रैल से 30 अप्रैल तक हल्की बारिश और बर्फबारी देखने को मिल सकती है वही 29 अप्रैल को मैदानी इलाकों में भी गरज चमक के साथ हल्की बारिश व ओलावृष्टि की संभावना है जिसको लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक 26 अप्रैल को राज्य के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली तथा कुमायूं मंडल के पर्वतीय क्षेत्र में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने तथा झोकेदार हवाएं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा चलने की संभावना व्यक्त की है। वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी की भी संभावना है जबकि शेष जनपदों में मौसम शुष्क रह सकता है।
27 और 28 अप्रैल को पर्वतीय जिलों के लिए येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र ने 27 और 28 अप्रैल को पर्वतीय जनपदों के लिए गरज चमक के साथ हल्की बारिश बर्फबारी और बिजली चमकने का यलो अलर्ट जारी किया है। 27 और 28 अप्रैल को पर्वतीय क्षेत्र उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर तथा पिथौरागढ़ जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है। वहीं मैदानी इलाकों मेंं आंशिक बादल छाए रहेगेें।
29 अप्रैल को पहाड़ से लेकर मैदान तक बदलेगा मौसम
मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक 29 अप्रैल को राज्य के अनेक इलाकों में पहाड़ से लेकर मैदान तक मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है। 29 अप्रैल को राज्य के पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश और बर्फबारी की संभावना है वहीं मैदानी इलाकों में भी बारिश और ओलावृष्टि को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। कहीं-कहीं बिजली गिरने की संभावना से जान माल की हानि हो सकती है।
मौसम विभाग ने सलाह दी है कि, कच्चे असुरक्षित मकानों में नुकसान हो सकता है तथा खुले में वाहन आदि ना खड़ा करें। मौसम विभाग ने आकाशीय बिजली चमकने एवं गर्जन के दौरान बिजली का संचालन करने वाली सभी वस्तुओं से दूर रहने आकाशीय बिजली के दौरान जानवरों को बाहर ना बाधने तथा लोगों को सलाह दी है। झोकेदार हवाओं के समय सुरक्षित स्थानों मकानों में शरण ले पेड़ों के नीचे न खड़े हो तथा आवागमन के दौरान सावधानी बरतें।