उत्तरकाशी: उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला चिन्यालीसौड़ प्रखंड के ग्राम पंचायत बड़ीमणि का है जहां शनिवार को घास काटने गई एक महिला को गुलदार ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया।
चिन्यालीसौड़ के बड़ीमणि गांव में गुलदार ने एक महिला को अपना निवाला बनाया है। गुलदार के हमले में महिला की मौके पर मौत हुई है। आदमखोर गुलदार के हमले से क्षेत्र में दहशत का माहौल ह। आदमखोर गुलदार ने खेतों में घास काटते समय महिला पर आत्मघाती हमला किया है। ग्रामीणों द्वारा घटना की सूचना जिला आपदा परिचालन केंद्र उत्तरकाशी को दी।
करीब देर सांय 7 बजे घटना का पता चलते ही जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने राजस्व विभाग एवं वन विभाग की टीम को मौके पर रवाना करने के निर्देश दिए। जनपद मुख्यालय से बड़ी मणि गांव की दूरी लगभग 70 किमी है। जबकि वहां से घटना स्थल करीब 2 किमी पैदल मार्ग है।
जानकारी के अनुसार बड़ीमणि गांव की सुनीता देवी पत्नी सुंदरलाल रोजाना की तरह करीब साढ़े पांच बजे अपने खेतों में घास काट रही थी। तभी घात लगाए गुलदार ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। गुलदार से जान बचाने के लिए सुनीता देवी ने काफी संघर्ष किया, लेकिन आखिर वह आदमखोर गुलदार से अपनी जान नहीं बचा सकी। उसने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। सुनीता के अचानक चले जाने से परिवार में मातम पसरा हुआ है। अब क्षेत्र में गुलदार हमले से ग्रामीण काफी दहशत में हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में पिंजरा लगाकर ग्रामीणों की सुरक्षा की मांग की है।
बता दें उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में इन दिनों जंगली जानवरों की दहशत है। इसमें गढ़वाल के पौड़ी, उत्तरकाशी, हरिद्वार और कुमाऊं में नैनीताल, अल्मोड़ा जिले में ये दहशत बहुत ज्यादा है। यहां आये दिन जंगली जानवर आबादी वाले इलाकों में पहुंच जा रहे हैं। जिसके कारण मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं। वन विभाग भी लगातार इन मामलों पर नजर रख रहा है। वन विभाग मानव वन्यजीव संघर्ष पर रोक लगाये जाने के लिए लगातार कोशिशें कर रहा है।
राजस्व व वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंच चुकी है और शव का पंचनामा भरकर बॉडी को रिकवर कर नीचे लाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने वन विभाग को प्रभावित परिवार को तत्काल मुआवजा राशि देने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।