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चमोली : बढ़ते साइबर अपराध, SSB के अधिकारियों, जवानों, छात्रों को किया गया जागरूक

चमोली से संवाददाता विनय उनियाल : बढ़ते साइबर अपराधों के दृष्टिगत एसएसबी के अधिकारियों एवं जवानों व राजकीय महाविद्यालय तलवाडी के छात्रों को साइबर सेल चमोली द्वारा जागरूक किया गया।

पुलिस अधीक्षक चमोली रेखा यादव महोदया के निर्देशन में, जनपद स्तर पर प्रचलित जन जागरुकता अभियान के दृष्टिगत चमोली पुलिस द्वारा सेना के जवानों व उनके परिजनों को साइबर धोखाधड़ी व उससे बचाव के सम्बन्ध में जागरुक करने हेतु साइबर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। साइबर सेल चमोली व थाना थराली द्वारा संयुक्त रुप से एसएसबी कैम्प ग्वालदम में सेना के जवानों व उनके परिजनों तथा राजकीय महाविद्यालय तलवाड़ी में छात्र छात्राओं को साइबर अपराधों के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी ।

साइबर जागरूकता कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से एसएसबी के अधिकारी/कर्मचारी गण जो अन्य जनपदों एवं अन्य राज्यों की बटालियन में तैनात है सभी के द्वारा प्रतिभाग किया गया जिसमे सीमांत मुख्यालय रानीखेत, सेक्टर मुख्यालय अल्मोड़ा ,चंपावत, सितारगंज और पीलीभीत तथा 06 वाहनियों जिनकी तैनाती पिथौरागढ़ से लेकर लखीमपुर खीरी, ट्रेनिंग सेंटर श्रीनगर एवं ग्वालदम से जुड़े जिसमे 300 जवानों व अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

वर्तमान में लोगों के साथ साइबर ठगों द्वारा विभिन्न प्रकार से ठगी कर उनकी मेहनत की कमाई को हड़प लिया जा रहा है, जिस सम्बन्ध में साइबर सेल के कर्मियों द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से सभी को साइबर ठगी के कारणों व उनसे बचाव के सम्बन्ध में विस्तार से समझाया गया तथा सभी को जागरूक किया गया ।

इसके अतिरिक्त उत्तराखण्ड पुलिस एप की उपयोगिता के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए उनके साथ किसी भी प्रकार की ठगी होने पर तुरन्त साइबर हेल्पलाइन नम्बर- 1930 पर शिकायत दर्ज करने तथा NCRP पोर्टल व उत्तराखण्ड पुलिस एप के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी ।

जवानों को बताया गया कि साइबर धोखाधड़ी के प्रति सजग रहना है कोई व्यक्ति ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीदारी करता है ऐसे में साइबर अपराधियों की नजर आपके वॉलेट पर हो सकती है, इसलिए सावधान रहें। किसी भी अंजान कॉल पर भरोसा करके अपने खाते की डिटेल साझा न करें।

साइबर अपराधी रिश्तेदार बनकर कॉल करते हैं और खाते में रकम ट्रांसफर करने का झांसा देकर रिक्वेस्ट मनी का लिंक भेजते हैं। इस पर क्लिक करते ही खाते से रकम निकल जाती है। किसी भी प्रकार के लोभ-लालच में फंसने से आपका बैंक खाता खाली हो सकता है।

अंजान व्यक्ति के कहने पर किसी भी एप्लिकेशन जैसे क्विक सपोर्ट, एनी डेस्क टीम व्यूवर को इन्स्टॉल ना करें। इससे फोन या कंप्यूटर हैक हो सकता है। अंजान नंबर से आए लिंक पर कभी क्लिक ना करें, रजिस्ट्रेशन अथवा अकाउंट टेस्ट करने के नाम से 10 रुपए की राशि ट्रांसफर कर दीजिए, इस तरह की बातें साइबर ठग करते हैं। अनजान नंबर की वीडियो कॉल ना उठाएं, फोन उठाते ही आप सेक्सटोर्शन ब्लैक मेलिंग के शिकार हो सकते हैं। सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती करने से बचें।

इस दौरान उपमहानिरीक्षक अनिल कुमार शर्मा,कमांडेंट आमोद, डा0 योगेंद्र चंद्र सिंह प्रधानाचार्य राजकीय महाविद्यालय तलवाडी, उपनिरीक्षक नवनीत भंडारी प्रभारी साइबर सेल, उपनिरीक्षक देवेन्द्र पंत थानाध्यक्ष थराली,कां0 चन्दन नगरकोटी,कां0 राजेन्द्र रावत मौजूद रहे।

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