हिमालयी कुंभ ‘नंदा देवी राजजात यात्रा 2026’ की दिव्यता एवं सुरक्षा सुनिश्चित: DM-एसपी ने संवेदनशील पड़ावों का दौरा कर लिया तैयारियों का जायजा

संवादाता: विनय उनियाल,
हिमालयी कुंभ ‘नंदा देवी राजजात यात्रा 2026’ की दिव्यता एवं सुरक्षा सुनिश्चित: DM-एसपी ने संवेदनशील पड़ावों का दौरा कर यात्रा मार्गों पर चल रही तैयारियों का विस्तार से लिया निरीक्षण
करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र, ऐतिहासिक एवं धार्मिक ‘हिमालयी कुंभ’ नंदा देवी राजजात यात्रा 2026 के भव्य और दिव्य आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। तैयारियों को युद्धस्तर पर गति प्रदान करते हुए, जिलाधिकारी गौरव कुमार और पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पँवार ने जिले के प्रशासनिक अमले के साथ आज 05/11/2025 को संयुक्त रूप से राजजात यात्रा के प्रमुख पड़ावों जैसे देवाल, वाण, मुन्दोली,नंदकेशरी और लोहाजंग सहित संपूर्ण यात्रा मार्गों का गहन स्थलीय निरीक्षण किया।
इस सघन अभियान की शुरुआत वाण स्थित लाटू देवता मंदिर में पूजा अर्चना के साथ हुई, जहाँ अधिकारियों ने लाटू देवता के आशीर्वाद के साथ यात्रा के निर्विघ्न संपन्न होने की कामना की।इसके उपरांत वाण-मुन्दोली-लोहाजंग के ग्रामीणों के साथ बैठक कर यात्रा से संबंधित सुझाव एवं स्थानीय आवश्यकताओं पर चर्चा की गई, तथा ग्रामीणों द्वारा प्रस्तुत महत्वपूर्ण सुझावों को भी गंभीरता से संज्ञान में लिया गया। जिलाधिकारी गौरव कुमार ने यात्रा मार्गों पर चल रहे आधारभूत संरचनाओं के सुदृढ़ीकरण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने विशेष रूप से निर्देशित किया कि यात्रियों के लिए पर्याप्त एवं सुरक्षित आवास व्यवस्था, वाहनों के लिए सुव्यवस्थित पार्किंग स्थलों का निर्माण तथा पैदल मार्गों की मरम्मत में गुणवत्ता एवं समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए। इसके अतिरिक्त, दुर्गम क्षेत्रों में भी निर्बाध पेयजल आपूर्ति, विद्युत व्यवस्था तथा आधुनिक संचार (मोबाइल/सैटेलाइट) सुविधाओं को तत्काल प्रभाव से मजबूत करने पर जोर दिया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में संपर्क स्थापित किया जा सके।
पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पँवार ने राजजात के विशाल स्वरूप और उच्च हिमालयी मार्गों की चुनौतियों को देखते हुए सुरक्षा एवं प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। चमोली पुलिस ने इस महायात्रा के लिए एक बहुआयामी एवं अभेद्य सुरक्षा रणनीति तैयार की है, जिस पर कार्य शुरू कर दिया गया है। एसपी चमोली ने बताया कि संपूर्ण 280 किलोमीटर लंबे यात्रा पथ पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष सुरक्षा कॉरिडोर स्थापित किया जाएगा। यात्रा के दौरान पड़ने वाले सभी प्रमुख पड़ावों, विशेषकर वाण, लोहाजंग, वेदनी बुग्याल, रूपकुंड और होमकुंड जैसे संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल, एसडीआरएफ और प्रशिक्षित जवानों की तैनाती की जाएगी, जो न केवल सुरक्षा देंगे बल्कि यात्रियों के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार स्थापित करते हुए उनकी हर संभव मदद भी करेंगे।
एसपी चमोली ने कहा कि इस बार यात्रा में अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, ऐसे में भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा प्रबंधन को पहले से अधिक प्रभावी, संगठित और तकनीकी रूप से सुदृढ़ किया जाएगा। स्थानीय जनता की मांग पर यात्रा मार्गों पर सीसीटीवी कैमरों की स्थापना की जाएगी, साथ ही दूरस्थ एवं संवेदनशील क्षेत्रों में अस्थायी पुलिस चौकियों की स्थापना कर सुरक्षा कवरेज और निगरानी को और मजबूत किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यात्रा व्यवस्था में जनता की भागीदारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसको ध्यान में रखते हुए ग्रामवासियों से अपील की गई कि जो भी स्वयंसेवक एसपीओ के रूप में सेवा देना चाहते हैं — चाहे सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी, एसएसबी गुरीला प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्ति अथवा स्थानीय युवा — उनका सहयोग लिया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा लोहाजंग पुलिस चौकी, जो इस राजजात यात्रा मार्ग का अत्यंत महत्वपूर्ण यात्रा-पड़ाव सुरक्षा बिंदु है, का भी निरीक्षण किया गया।अधिकारियों ने चौकी को और अधिक सक्षम, सुदृढ़ एवं आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने के निर्देश देते हुए निर्देशित किया कि यात्रा के दौरान यहां तैनात पुलिस बल हर परिस्थिति में पूर्ण तत्परता के साथ अपनी जिम्मेदारियाँ निभाए।
डीएम और एसपी ने स्पष्ट किया कि राजजात यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान है, और जिला प्रशासन एवं चमोली पुलिस आपसी तालमेल से इसे एक सुरक्षित, सुगम और अविस्मरणीय महाकुंभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस दौरान डीएफओ बदरीनाथ वन प्रभाग सर्वेश दुबे, मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी, उपजिलाधिकारी थराली अबरार अहमद, थानाध्यक्ष थराली विनोद चौरसिया और सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे



